( मानव भूगोल की परिभाषाए )
(definitions of human geography)
मानव भूगोल की व्याख्या भिन्न भिन्न विद्वानों द्वारा भिन्न भिन्न प्रकार से की गयी है जैसा की निमांकित परिभाषाओ से स्पस्ट होता है
- डी. एच. डेविस , के अनुसार "मानव भूगोल में केवल प्राकृतिक वातावरण और मानवीय क्रियाओं बिच सम्बन्ध का ही नहीं वरन पृथ्वी तल के क्षेत्र का अध्यन्न करता है
- लेबान, के अनुशार , मानव भूगोल एक विस्तृत्व स्वरुप वाला भूगोल है अर्थात जिसके अंतरगर्त मानव और उसके वातावरण के बिच के सम्बन्ध के फलस्वरूप उत्तपन्न होने वाली समान्य समस्या का स्पष्टीकरण किया जाता है
- डिमंजिया, नामक वैज्ञानिक द्वारा मानव भूगोल की समस्याओ पर लिखे गए लेख के अनुशार मानव भूगोल समुदाय और समाज के भौतिक वातावरण से सम्बन्धो से अध्ययन है
- प्रो. विडाल, डी ब्लाश के अनुशार , मानव भूगोल विचारको के विकाश की अभिवयंजना है, न की भौगोलिक ज्ञान के विस्तार और खोज का कोई तात्कालिक परिणाम।
ब्लास के अनुशार
मानव भूगोल पृथ्वी और मानव के पारस्परिक सम्बन्धो के एक न्य विचार देता है जिसमे पृथ्वी को नियंत्रित करने वाले भौतिक नियमो तथा पृथ्वी पर निवास करने वाले जीवो के पारस्परिक सांबन्धों का आर्थिक संयुक्त ज्ञान उपलब्ध होता है
0 टिप्पणियाँ